अवस्थापना सुविधा के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालयों में कराये गये कार्यो की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाये -जिलाधिकारी

▪ विद्यालयों में अवस्थापना सुविधा उपलब्ध कराने हेतु संचालित आपरेशन कायाकल्प के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने अधिकारियों के साथ की बैठक



प्रतापगढ़, गाथा ब्यूरो। जिलाधिकारी डा. रूपेश कुमार की अध्यक्षता में विकास भवन के सभागार में विद्यालयों में अवस्थापना सुविधा उपलब्ध कराने हेतु संचालित आपेरशन कायाकल्प के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत शुद्ध एवं सुरक्षित पेयजल, समरसेबुल पम्प, मल्टीहैण्ड वाशिंग यूनिट, बालक व बालिका शौचालय, शौचालय में नल जल की आपूर्ति, दिव्यांग शुलभ शौचालय, कक्षा-कक्षा के फर्श का टाइलीकरण एवं रसोईघर आदि मानको की समीक्षा की गयी।


जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी मानक प्रत्येक दशा में एक माह के अन्दर पूर्ण कर लिये जाये।


समरसेबुल पम्प की प्रगति के सम्बन्ध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि 2727 स्कूलों में अभी तक 381 विद्यालयों में कार्य पूर्ण हो गया है, जिलाधिकारी ने इस पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुये निर्देशित किया कि 01 माह के अन्दर कार्य पूर्ण करा लिये जाये।


जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी एवं सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्राम निधि से प्राथमिकता के आधार पर आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत कार्य कराये जाये। विद्यालयों में किचेन वाटिका, खेल मैदान एवं बाउण्ड्री का निर्माण मनरेगा योजना से कराया जाना है इस सम्बन्ध में डीसी मनरेगा से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी समन्वय कर प्रगति लाये।


जिलाधिकारी द्वारा यह भी निर्देश दिया किया कि विद्यालयों में अवस्थापना सुविधा से सम्बन्धित जो भी कार्य कराये जाये यह ध्यान रखा जाये कि सभी कार्य बाल-शुलभ होने चाहिये ताकि विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे उसका समुचित उपयोग कर सके।


जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि निष्ठा ऐप के माध्यम से ट्रेनिंग टीचरों को दी जा रही है तथा प्रेरणा ऐप के माध्यम से बच्चों को व्हाट्सएप गु्रप बनाकर पढ़ाया जा रहा है, वर्ष 2021 तक जनपद के सभी विकास खण्डों के अन्तर्गत विद्यालयों के बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता में अभिवृद्धि किया जाना है ताकि जनपद को शैक्षिक गुणवत्ता के अन्तर्गत प्रेरक जनपद बनाया जा सके। सभी विकास खण्डों को प्रेरक विकास खण्ड हेतु माहवार लक्ष्य निर्धारित किया गया है।


जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी एबीएसए अपने विकास खण्ड अन्तर्गत विद्यालयों के शैक्षिक उन्नयन एवं अवस्थापना सुविधाओं में प्रगति लाना सुनिश्चित करें। अध्यापकों में शैक्षिक गुणवत्ता वृद्धि हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाये तथा एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) की यथाशीघ्र चयन प्रक्रिया पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।


बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि मिशन प्रेरणा मॉड्यूल के तहत 2020 तक 80 प्रतिशत आउट कम लर्निंग का लक्ष्य रखा गया है, 30 जून तक सभी अध्यापकों को अपना डाटा आधार कार्ड सहित मानव सम्पदा पोर्टल पर फीड किया जाना है ताकि उसका सत्यापन किया जा सके। जिलाधिकारी ने कस्तूरबा विद्यालयों के स्टाफ की आधार फीडिंग कराये जाने का निर्देश दिया ताकि कोई भी अध्यापक या स्टाफ फर्जी तरीके से कार्य करता हुआ न पाया जाये। वर्ष 2018-19, 2019-20 में ग्राम पंचायत निधि से विद्यालय की अवस्थापना सुविधा के सम्बन्ध में व्यय का विवरण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध कराने का निर्देश जिला पंचायत राज अधिकारी को दिया गया।


बैठक में प्रोजेक्टर के माध्यम से जिला समन्वयक अजय प्रकाश दूबे ने मिशन प्रेरणा मॉडयूल एवं आपरेशन कायाकल्प का प्रस्तुतीकरण किया। जिलाधिकारी द्वारा यह निर्देश दिया गया कि 01 माह में आपरेशन कायाकल्य के तहत अपेक्षित प्रगति होनी चाहिये ताकि जनपद टॉप 15 में शामिल रहे। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपरेशन कायाकल्प के माध्यम से प्राथमिक विद्यालयों की अवस्थापना सुविधा एवं शैक्षिक गुणवत्ता में अभिवृद्धि करें ताकि सरकारी स्कूल में अभिभावक अपने बच्चों को भेजकर पढ़ाने में गर्व महसूस करें, इस कार्य में सभी विभाग समन्वय बनाकर कार्य करें।


बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा. अमित पाल शर्मा, डायट उप निदेशक मो. इब्राहिम, डीसी मनरेगा अजय पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी विजय कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी सहित समस्त खण्ड विकास अधिकारी, एबीएसए व सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।